फन राइडिंग लवर्स के लिए होंडा नेवी तो स्ट्रीट और ऑफरोडिंग में अप्रिलिया SR 150 है बेस्ट

हम में से कई लोग स्कूल खत्म कर कॉलेज में अपना पहला कदम रखने यानी लगभग 18 साल के होने जा रहे हैं जिसका सीधा सा मतलब अब हमे राइडिंग लाइसेंस मिल जाएगा। मेरी नजर में इसे आजादी और उससे कहीं ज्यादा पहली राइडिंग का मजा लेना है जो एक यादगार लम्हा होता है। इस उम्र में कई लोगों को फैमिली की स्कूटर्स चलाने की परमिशन मिल जाती है और अगर किस्मत अच्छी हुई तो हो सकता है कि नई गाड़ी ही मिल जाए।


आज हमारे पास है ऐसी ही दो गाड़ियां होंडा नेवी और अप्रिलिया SR 150 जो टीनएजर्स के साथ ही कॉलेज गोइंग स्टूडेंट की पहली पसंद है। होंडा Dio की तरह ही होंडा नेवी नए कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है जो स्कूटर्स की तरह सुविधा तो देता है साथ में बाइक का भी मजा देता है। वहीं अप्रिलिय एसआर 150 जो लेजेंड्री इटालियन कंपनी की एक खूबसूरत स्कूटर है हालांकि इसमें होंडा नेवी की तरह मोटरसाइकिल एलीमेंट नहीं मिलते। कहा जाएं तो दोनों ही पूरी तरह से यंग जनेरशन को टारगेट करती है जिनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ रोमांचक राइडिंग देना है।


होंडा नेवी


भारत नए इनोवेशन करने में सबसे आगे हैं जिसें होंडा ने नेवी का निर्माण कर साबित भी कर दिखाया है। इस इतने अद्भुत तरह से बनाया गया है कि खुद होंडा भी यह नहीं समझ पा रही कि इसे स्कूटर की कैटेगरी में रखा जाएं या मोटरसाइकिल की कैटेगरी में। इसे सबसे पहले दिल्ली में हुए ऑटो एक्सपो 2016 में शोकेस किया गया था।


 


कंपनी बस एक बात को लेकर काफी क्लियर थी कि इस बाइक का टारगेट ऑडियंस कौन है। जी हां आपने बिल्कुल सही अंदाजा लगाया - यूथ। जिनकी हमेशा से ही पहली डिमांड स्टाइलिश डिजाइन और परफॉर्मेंस होती है।


इसमें कई सारे पार्ट्स और मैकेनिकल एलीमेंट्स जैसे रियर सस्पेंशन, व्हील असेंबली यहां तक की इसका 110 सीसी का इंजन होंडा एक्टिवा से लिया गया है। एक्टिवा के चेसिस में कई छोटे बड़े बदलाव किए गए हैं जैसे इसकी हेड स्टॉक पोजिशन लेकिन इसके हेड-लैग-बम ट्रैंगल में कोई चेंज नहीं किया गया। इसके अपसाइड डाउन फॉर्क पोजिशन को चेंज किया गया है जो एक्टिवा से बिल्कुल अलग है। इसमें 3.8 लीटर का फ्यूल टैंक भी दिया गया है जो मोटरसाइकिल पोजिशन में ही फिट किया गया है।


 


होंडा की यह मोटरसाइकिल ग्रूम से काफी इंस्पायर्ड है इसका डिजाइन ग्रूम से काफी मिलता जुलता है। इसमें फॉक्स कार्बन फाइबर को बाइक के सेंटर पैनल और इंस्ट्रूमेंट कंसोल एरिया में इस्तेमाल किया गया है। इसकी पूरी एक्सेसरीज 6 हजार रुपए में आती है वहीं साइड पैनल को भी कई कलर ऑप्शन में बदला जा सकता है। बीच में मिलने वाले खाली स्पेस को स्टोरेज बॉक्स की मदद से सामान रखने के काम में लिया जा सकता है। एक्टिवा से लगभग 7 किलो कम वजन होने से ये जल्दी ही तेज रफ्तार पकड़ लेती है।


अप्रिलिया SR 150


इटालियन कंपनी अप्रिलया और वेस्पा हमेशा से ही अपनी यूनिक डिजाइन ऑटोमोबाइल के लिए मशहूर है। कंपनी ने अपनी लेटेस्ट स्कूटर अप्रिलिया एसआर 150 को भारत में उतारा है और यकीन मानिए हमने इस तरह की स्कूटर भारत में पहले कभी नहीं देखा जो भविष्य में आने वाली स्कूटर्स के लिए एक ट्रेंड सेट करने के लिए काफी है और उम्मीद की जाती है कि यह ऐसा करने में कामयाब भी होगा।


 


अप्रिलिया SR 150 पहली स्कूटर ही जिसे अप्रिलिया रेंज के तहत भारतीय मार्केट में लॉन्च किया गया जो रोजमर्रा के काम करने के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। अपनी सिस्टर कंपनी वेस्पा से परे अप्रीलिया ने अपनी स्कूटर्स के चेसिस में प्लास्टिक पार्ट्स का जमकर इस्तेमाल किया जो इसके बॉडी पैनल पर देखें जा सकते हैं जो इसे स्लीक, एजी और रेसी स्कूटर बनाते हैं। मडगार्ड की ठीक ऊपर डबल हेडलैंप है और ड्युअल टोन सीट कवर्स इसे काफी अपीलिंग लुक देते हैं।


 


इसमें 150 सीसी वेस्पा मोटर है जिसका रिट्यून  CVT ट्रांसमिशन इसे पावरफुल बनाता है। हालांकि टॉर्क के मामले में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलता लेकिन साउंड की बात करें तो इसके इंजन में बेहतरीन साउंड देता है।


यह स्कूटर आपको प्रीमियम कम्यूटर मोटरसाइकिल का फील देती है जो मोटरसाइकिल की तरह ही कैपेसिटी भी रखती है जो 60kmph से 120kmph की रफ्तार तक पहुंचने की क्षमता रखती है। हालांकि इंस्ट्रूमेंट पैनल ने थोड़ा निराश जरूर किया क्योंकि यह पूरी तरह से एनालॉग है। इसमें फुली नहीं तो सेमी डिजिटल कंसोल दिया जा सकता था। वहीं दूसरी कमी यह कि इसमें सिर्फ 6 लीटर का फ्यूल टैंक है।